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आवारगी से दिल भर गया, तेरी गली में रहने लगा।
जैसे कभी ना कि ना किसी कि, तेरी फिकर में रहने लगा।

तेरे आँसू पीयू मैं, कभी तुझको हसाऊ,
तुझे दूर से देखू, तुझे दिल में बसाऊ,
तेरी खातिर जीयु मैं, कभी तुझपे लुटाऊ,
ये जान मेरी जा है तू...उ..
बस तू...उ..उ..उ...

आवारगी से दिल भर गया, तेरी गली में रहने लगा।
जैसे कभी ना कि ना किसी कि, तेरी फिकर में रहने लगा।

तेरे आँसू पीयू मैं, कभी तुझको हसाऊ,
तुझे दूर से देखू, तुझे दिल में बसाऊ,
तेरी खातिर जीयु मैं, कभी तुझपे लुटाऊ,
ये जान मेरी जा है तू...उ..
बस तू...उ..उ..उ...

ना तो खुद का था कभी,ना खुदा का मैं,
तू मिला तो होगया, खुदबखूद तेरा मैं।
होने लगा है खुदपे अब मुझको यकीन,
इमान बदलके मेरा तू बदलना नही।

तेरे खुदा से मांगू मैं क्या? मुझको दुेआऐं आती नही।
तुझको मोहबत कैसे करू मैं, मुझको वफाऐं आती नहीं।

तुझे देख के लेकिन ये दिल डगमगाऐं।
मुझे अजाण दे कर तू मुझको जगाएँ।
मुझे मेरी नजर में तू मुझको उठाएँ।
मेरा इमान मेरी जा है तू..उ..उ..
बस तू..उ..उ..
है तू...उ..उ..
है तू...उ..उ..

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