तेरे संग यारा , खुश रंग बहारा..
तू रात दिवानी, मैं जर्द सातारा..
ओ करम खुदाया है, तुझे मुझसे मिलाया है,
तुझपे मरके भी तो , मुझे जीना आया है।
तेरे संग यारा , खुश रंग बहारा..
तू रात दिवानी, मैं जर्द सातारा..
तेरे संग यारा , खुश रंग बहारा..
मैं तेरा हो जाऊ, जो तू करदे इशारा।
कही किसी भी गली में जाऊ मैं,
तेरी खुशबू से टकराउ मैं,
हर रात जो आता है मुझे वो ख्वाब तू।
तेरा मेरा मिलना दस्तूर है
तेरे होने से मुझमे नूर है,
मैं हु सुना सा एक आसमा, बेताब तू।
ओ करम खुदाया है, तुझे मुझसे मिलाया है,
तुझपे मरके भी तो , मुझे जीना आया है।
तेरे संग यारा , खुश रंग बहारा..
तू रात दिवानी, मैं जर्द सातारा..
तेरे संग यारा , खुश रंग बहारा..
तेरे बिन अब तो नहि जीना गवारा..
मेने छोडे है बाकी सब रास्ते,
आया तेरे हि अब तो पास रे,
मेरी आंखोमे तेरा नाम है, पहचान ले।
सुबकुछ मेरेलीये तेरे बाद है,
सौ बातो कि एक ये बात है,
मैं ना जाउंगा कभी तुझे छोडके, ये जानले।
ओ करम खुदाया है, तुझे मुझसे मिलाया है,
तुझपे मरके भी तो , मुझे जीना आया है।
तेरे संग यारा , खुश रंग बहारा..
तू रात दिवानी, मैं जर्द सातारा..
तेरे संग यारा , खुश रंग बहारा..
मैं बेहता मुसाफिर तू ठेहरा किनारा..
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