आपको देखकर देखता रहगया,
क्या कहूँ और कहने क्या रहगया।
आते आते मेरा नाम सा रहगया,
उसके होटों पे कुछ काँपता रहगया।
वो मेरे सामने ही गया और मैं,
रास्ते की तरह देखतां रहगया।
झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गए,
और मैं था के सच बोलता रहगया।
आंधियों के इरादे तो अच्छे न थे,
ये दिया कैसे जलता हुआ रहगया।
very nice gazal thank you
ReplyDeleteवाह
ReplyDeleteएक उम्र गुजार दी हमने आपको सुनते सुनते जगजीत जी
Legend Jagajit singh sir. Magical voice ��
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