तू सफर मेरा, है तू हि मेरी मंझीलं,
तेरे बिना गुजारा, ए दिल है मुश्किल,
तू खुदा मेरा, तू हि दुआ मी शामिल,
तेरे बिना गुजारा ए दिल है मुश्किल।
मुझे आजमाती है 'तेरी कमी,
मेरी हर कमी कमी को है तू लाजमी
जुनु है मेरा, बनू मै तेरे कबिल
तेरा बिना गुजारा, आये दिल है मुश्किल।
ये रुह भी मेरी, ये जिस्म भी मेरा,
उतना मेरा नाही जितना हुआ तेरा,
तुने दिया जो, वो कर्झ हि सही,
तुझसे मिला है तो इनाम है मेरा।
मेरा आसमान धुंढती तेरी जमीन,
मेरी हर कमी को है तू लाजमी।
जमीन पे सही तो आसमान में आ मिल
तेरे बिन गुजारा है मुश्किल
माना कि 'तेरी मजबुरी से ये जिंदगी मेहरूम है,
जीने का कोई दुजा तारीका ना मेरे दिल को मालूम है।
तुझंको मैं कितनी शिद्दत से चाहु,
चाहे तू रह ना तू बेखबर
मोहताज मंजिल का तो नाही है
ये एक तरफा मेरा सफर,
सफर खुबसुरत है मंझीलं से भी,
मेरी हर कमी को है तू लाजमी
अधुरा होके भी है इश्क मेरा कामील,
तेरे बिना गुजारा ए दिल है मुश्किल।
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